किसी भी राष्ट्र की तरक्की उसमें रहने वाले लोगों की चिकित्सा-शिक्षा की सुदृढ़ता पर निर्भर करता है। लेकिन सरकारी और निजी सेक्टर के तमाम प्रयासों के बावजूद नतीजे सुखद नहीं मिल रहे। इस राह में फार्मा अर्थात दवा सेक्टर की भूमिका भी अहम है।सरकारी आंकड़ों की मानें तो भारत में 11,082 लोगों पर महज एक एलोपैथिक डॉक्टर है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमारी जीडीपी का महज एक फीसदी खर्च किया जाता है जो पड़ोसी देशों मालदीव, भूटान, श्रीलंका और नेपाल के मुकाबले भी कम है। इसके पीछे कहीं न कहीं जागरूकता का अभाव भी बड़ा कारण।
एक्सक्लूसिव फार्मा ने चिकित्सा-शिक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता लाने, चेतना पैदा करने, चिकित्सा जैसे पवित्र पेशे को कलंकित करने वाली ताकतों को बेनकाब करने के उद्देश्यों को लेकर पत्रकारिता के माध्यम से एक कदम बढ़ाया है। हम उन लोगों की प्रसिद्धी को भी समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाएंगे जिन्होंने चिकित्सा और फार्मा क्षेत्र में नए फार्मूले-तकनीक इजाद कर रचनात्मक कार्य किए हैं, ताकि दूसरे लोग प्रेरित होकर कारवां में शामिल हो सकें। एक्सक्लूसिव फार्मा स्वास्थ्य से जुड़े विशेषज्ञों का मंच है। जिसमें चिकित्सक ही नहीं पत्रकारिता और स्वास्थ्य संचार सेवा से जुड़े लोगों की भी भागीदारी सुनिश्चित की गई है। वेबसाइट पर सेहत संबंधी जानकारी, शोध और अध्ययनों को ज्यादा-ज्यादा से पब्लिश किया जाएगा।
हम भरोसा दिलाते हैं कि जानकारी,सूचनाओं और खबरों के तथ्यों की सत्यता को परखे के बाद ही किसी भी कंटेंट का प्रकाशन करेगे। इस जांच के लिए समन्वय डेस्क की स्थापना की गई है। हमारा मकसद वैज्ञानिक और रचनात्मक दृष्टिकोण पर आधारित जर्नलिज्म को बढ़ावा देना है। टीआरपी की अंधी दौड़ से बचते हुए एक्सक्लूसिव फार्मा भ्रामक, भड़काऊ सामग्री और असभ्य भाषा-शैली से हमेशा परहेज करेगा। आर्थिक लाभ के वशीभूत होकर किसी व्यक्ति, संस्थान अथवा संगठन की छवि धूमिल करना हमारा कतई उद्देश्य नहीं रहेगा।
The growth and prosperity of any nation depends upon the existing level of medical education and technology there and all the efforts of Government and private sector are bearing no fruit. Pharmaceutical sector is of great value and require betterment. This sector can contribute extravagantly to our nation.
According to the public data there is only one allopathic doctor over 11082 Indians. Health sector of India gets only a mere 1% of GDP which is even less than the budget allocated in its neighbouring countries, Maldives, Bhutan, Sri Lanka and Nepal. Lack of awareness in highly accountable for this situation.
Exclusive pharma has taken a step towards spreading awareness about medical education. We will also appreciate those who have contributed in the upliftment of Pharma and Medical sector and have done creative and innovative work. Exclusive pharma is platform for those who are somewhere connected to the area of medical sciences related research work and information will be regularly updated on the website. We assure our readers of the authenticity and the validity of all the content we publish. A special desk has been formed to look after these tasks. we aim towards encouraging a journalism based on rationality and creativity.
Exclusive pharma will always be out of the race for TRP and will never support any content which is below the acceptable standards. We will also take care that any person , group or association is not personally attacked by us. Exclusive pharma is the supporter and promoter of knowledge.
Your email address will not be this published. Required fields are News Today.