BREAKING NEWS:
  • Friday, 29 Mar, 2024
  • 8:28:25 PM

राष्ट्रीय अध्यक्ष की रणनीति क्या दे रही है सन्देश

हंस राज मेहता, पटियाला :- दवा विक्रेताओं के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे एस शिंदे हाल ही में नागपुर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के पद ग्रहण समारोह में पहुचे । उपस्थित  केमिस्टों को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि ई फार्मेसी का प्रचलन दवा विक्रेताओं के लिए घातक है । इस प्रणाली से दवा विक्रेताओं के भविष्य सवालिया लग गया है । सरकार इसे अविलंब रोकने हेतु अध्यादेश जारी करें। जिसका सदन में मौजूद दवा विक्रेताओं ने मुक्तकंठ से स्वागत किया । वहीं कुछ चौकन्ने दवा विक्रेताओं ने महसूस किया की राष्ट्रीय अध्यक्ष जहां एक और इंफॉर्मेशन के वेब पोर्टल का स्वयं उद्घाटन करते हैं वही दवा विक्रेताओं के सामने ई फार्मेसी का विरोध करते हैं । उनकी इस कार्य प्रणाली के चलते  दवा विक्रेताओं में विरोधी स्वर गूंजने लगे कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसा देश वैसा भेष जैसा मौका वैसा चौका की रणनीति अपना रहे है । इससे दवा विक्रेताऔं में भ्रम की स्थिति बन रही है ।सवाल यह है कि वे दवा विक्रेताओं के नेता हैं उन्हें दवा विक्रेताओं का भविष्य सुरक्षित करना है या उनके भविष्य को धूमिल कर उनके ठोस प्रतिद्वंदी खड़ा करना है। नागपुर केमिस्ट एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित पत्रकार बंधुओं ने जब पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष से एक तरफ ई फार्मेसी के वेब पोर्टल का उद्घाटन किया वहीं इस बैठक में इस फार्मेसी का विरोध कर रहे हैं इस बारे अपनी स्थिति स्पष्ट करें तो  शिंदे कोई जवाब नहीं दे पाए । जिस पर उनके दवा विक्रेताओं के प्रति जागरूक होने के बारे संशय पैदा हो जाता हैं ।

 



Responses

Related News

तो अब ड्रोन से दवाइयां और ब्लड सप्लाई करेगी सरकार

तो अब ड्रोन से दवाइयां और ब्लड सप्लाई करेगी सरकार

तेलंगाना सरकार ने हेल्थनेट ग्लोबल लिमिटेड के साथ साझा रूप से ड्रोन से दवाइयां, खून और अन्य मेडिकल सुविधाएं पहुंचाने संबंधी पायलट प्रोजेक्ट के लिए समझौता किया है। बता दें कि वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम सेंटर ने चौथे इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन नेटवर्क के लिए घोषणा की कि तेलंगाना में मेडिसिन फ्रॉम द स्काई नामक अभिनव ड्रोन-डिलीवरी प्रोजेक्ट सिस्टम शुरू करेगा। प्रोजेक्ट में खून, टीके, मेडिकल सेम्पल्स और अंगों के लिए ड्रोन आधारित डिलीवरी का व्यापक अध्ययन होगा।

दवाओं पर होगी फार्मेसी काउंसिल की निगरानी, 300 केंद्र बनेंगे

दवाओं पर होगी फार्मेसी काउंसिल की निगरानी, 300 केंद्र बनेंगे

दवाओं के साइड इफेक्ट की जानकारी रखने की सरकारी प्रक्रिया में फार्मेसी काउंसिल (पीसीआई) भी भागीदार होगी। पीसीआई ने फिलहाल 300 केंद्र बनाने का फैसला किया है। ये केंद्र जिला और अन्य सरकारी अस्पतालों में बनाए जा रहे हैं। पीसीआई ने एक ऐप भी बनाया है जिसकी मदद से रोगी और डॉक्टर किसी भी दवा के साइड इफेक्ट्स की जानकारी सरकार को दे सकते हैं।

सैन्य अस्पताल की सप्लाई में हरियाणा की दवा कंपनी का खोट

सैन्य अस्पताल की सप्लाई में हरियाणा की दवा कंपनी का खोट

सामान्य अस्पतालों की सप्लाई में दवा कंपनियों की कारगुजारियां अकसर सामने आती है लेकिन अब सैन्य अस्पताल में भी दवा कंपनी का खोट सामने आया है। दवा निर्माता कंपनी ने जालंधर के सैन्य अस्पताल को जो दवा सप्लाई की थी, उसके बिल पर अंकित और दवा के बैच नंबर में अंतर है। यानि किसी और बैच नंबर की दवा सप्लाई की गई और दवा निर्माता कंपनी ने बिल दूसरे बैच नंबर का बना कर फरीदाबाद की दवा वितरक कंपनी को भेज दिया।

दवा उद्योग पर आफत : 20 कंपनियों में प्रोडक्शन पर रोक, कईयों को नोटिस

दवा उद्योग पर आफत : 20 कंपनियों में प्रोडक्शन पर रोक, कईयों को नोटिस

बार-बार सैंपल फेल होने पर दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने हिमाचल के 20 दवा उद्योगों में प्रोडक्शन बैन कर दिया है जबकि आधा दर्जन उद्योग संचालकों को नोटिस जारी किए हैं। इसका कारण छह महीने के दौरा 67 दवाओं के सैंपल फेल होना बताया गयाहै। इतना ही प्राधिकरण ने ऐसे 100 उद्योगों की सूची बनाई और जांच-पड़ताल के बाद यह बड़ी कार्रवाई की है जिससे हडक़ंप मच गया है। ये उद्योग सोलन के बीबीएन, सिरमौर और कांगड़ा जिलों में संचालित है।